Planets Bad Effects Remedies Astrology, Grah Dosh Nivaran
॥ मंत्र ॥
ॐ नमोस्तुsते भगवते पाश्र्वचन्द्राधरेन्द्र पद्यावती सहिताय मेsभीस्ट सिद्धि दुस्टग्रह भस्म भक्ष्यं स्वाहा। स्वामी प्रसादे कुरु कुरु स्वाहा। हिलहिली मातंगनी स्वाहा। स्वामी प्रसादे कुरु कुरु स्वाहा।
विघि:__ इस मंत्र के नवरात्री पर अनुष्ठान से किसी प्रकार का तांत्रिक प्रयोग हो उसका नाश हो जाता है और वो प्रयोग उल्टा तांत्रिक पर ही अटैक करता है इसके अलावा किसी भी तरह की गृह पीड़ा हो वो तत्काल शांत होती है. नवरात्री पर इसका ५१ माला जप प्रत्येक रात्रि को करो - हर तरफ से मंगल और सौभाग्य बन जायेगा।
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