Yantra-Kamraj- Vashikaran- Nazar Totka
- स्त्रीवश्यकरं कामराज यन्त्र ||Female Vashikaran Kamaraj Yantra
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स्त्रीवश्यकरं कामराज यन्त्र |
इस यन्त्र को स्त्री वशीकरण हेतु लिखा जाता है । गोरोचन, कुंकुम, लाल चन्दन, कस्तूरी को मिलाकर चमेली की कलम से भोजपत्र के ऊपर लिखें। यन्त्र के लिखने के बाद लकड़ी के टुकड़े पर राई से कामदेव की प्रतिमा बना कर लिखा यन्त्र, प्रतिमा के हृदय में स्थापित कर दें। पुष्प, धूप, दीपादि से पूजन करें तो साध्य स्त्री दासी के भाँति सेवा करने लगेगी। सदैव लाभ के लिए प्रति दिवस पूजन करना चाहिए। पूजन के समय यह मन्त्र भी पढ़ा जाय कामोऽनङ्गः पुष्पशरः कन्दो मीनकेतनः । श्री विष्णुतनयो देवः प्रसन्नो भव मे प्रभो। यह सारा जाप एवं पूजन रात्रि को गुप्त स्थान में ही करें। इस स्त्री वश्यकारक महायन्त्र को हर किसी को नहीं देना चाहिए।
- वशीकरण तथा दुष्ट स्तम्भन यन्त्र||vasheekaran dusht stambhan yantra
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वशीकरण तथा दुष्ट स्तम्भन यन्त्र |
जब किसी का अधिकारी क्रुद्ध होकर हानि करे या ऐसी आशंक लगे कि वह हानि पहुँचायेगा तो उसके वशीकरण के लिए इस यन्त्र का प्रयोग करें। इसी भाँति किसी को शत्रु के द्वारा झूठ प्रचार करके आपकी मानहानि कर रहा हो तो भी इस यन्त्र के प्रयोग से लाभ मिलेगा। अनार की कलम से भोज पत्र पर गोरोचन तथा कुंकुम से इस प्रभावशाली यत्र को लिखें। देवदत्त के स्थान पर साध्य व्यक्ति का नाम लिखें तथा शराब में सम्पुट करके पूजन करें तो अधिकारी वश में होगा तथा दुष्ट का मुख स्तम्भित होगा।
- सुख प्रसव यन्त्र||sukh prasav Yantra
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सुख प्रसव यन्त्र |
अगर किसी गर्भिणी को यह भय हो या वास्तव में ही भूत आदि लगे हों तो इस यन्त्रराज को धारण करें। इसके धारण से प्रत्येक व्यथा का अन्त हो जाता है। भूतादिक भाग जाते हैं। स्त्री की तथा गर्भ की रक्षा होती है। इसे लिखने के लिए हाथी के मद को खरल करें तथा गुलाब जल मिलाकर स्याही बना लें। अनार की कलम से भोज पत्र पर लिखें तथा पूजन करके त्रिलोह के ताबीज में भर कर गर्भिणी के कण्ठ में पहना देने पर प्रसव सुख से होता है। जच्चा-बच्चा की रक्षा होती है और कोई भी अलाबला भविष्य में परेशान नहीं करेगी।
- अरिनिवारण यन्त्र||Arinivarana yantra
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अरिनिवारण यन्त्र |
इस यन्त्र को भोज पत्र पर लिखें। विधि के अनुसार पूजन करें तथा त्रिलोह के ताबीज में भर कर धारण करें या घर पर स्थापित करें तो सर्प, व्याघ्र, चोर आदि का भय न होगा तथा अन्य सभी उपद्रव भी शान्त हो जाते हैं।
- गर्भ रक्षा यन्त्र ||Womb protection mantra
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गर्भ रक्षा यन्त्र |
इस गर्भ रक्षा यन्त्र के निर्माण हेतु हाथी का मद लाकर गुलाब जल में मिलाकर खरल करें। अनार की कलम लेकर भोजपत्र पर इस यन्त्र को लिखें। विधिवत् पूजन करके चाँदी के ताबीज में भर करके गर्भवती महिला के कण्ठ में धारण करें तो हानि के सम्पूर्ण दोष समाप्त होकर गर्भ रक्षा होगी तथा प्रसव सुख से होगा।
- नौ ग्रह शान्ति यन्त्र || nau grah shaanti yantra
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नौ ग्रह शान्ति यन्त्र |
इस यन्त्र को भोजपत्र पर केशर से शुभ समय में लिखें। इसके धारक को नौ ग्रह पीड़ा नहीं देते।
- नजर टोक यन्त्र || Nazar tokta Yantra
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नजर टोक यन्त्र |
भोजपत्र या कागज पर ही अष्टगंध की स्याही बनाकर अनार की कलम से लिखकर धारण करने से लगी हुई नजर दूर होती है एवं धारण किये रहने से भविष्य में नजर नहीं लगती।
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