विधि: ४० दिनों का अनुष्ठान है ये। प्रतिदिन सूर्योदय से पहले २१ माला जपनी है इसे मंत्र सिद्ध हो जायेगा। फिर मोरपंख से मंत्र जपते हुए झाड़ा लगाना है। पूर्ण सुरक्षा मिलेगी अगर कोई ऊपरी बिमारी है तो वो दूर हो जायेगी।
विधि: ४० दिनों का अनुष्ठान है ये। प्रतिदिन सूर्योदय से पहले २१ माला जपनी है इसे मंत्र सिद्ध हो जायेगा। फिर मोरपंख से मंत्र जपते हुए झाड़ा लगाना है। पूर्ण सुरक्षा मिलेगी अगर कोई ऊपरी बिमारी है तो वो दूर हो जायेगी।

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