हिंगलाज देवी का मंत्र
मंत्र
ओम निरकार भवानी ।
इन्दर की बेटी, ब्रह्मा की साली।
दोनों हाथ बजावे ताली, जा बैठी पीपल की डाली।
इन्द्र मोहॅू, ब्रह्मा मोहूॅ मोहॅू सारी दुनिया।
दुहाई हनुमान जी, दुहाई हिंगलाज, दुहाई गरूण नारायण की।
वीर धनज्जय, दुहाई लोना चमाइन की।
हिंगलाज देवी का मंत्र विधि
121 बार मंत्र का जाप करे जाप के बाद सात बार हवन करें हवन सामग्री गाय का दूध तुलसी पत्ती बेलपत्र पीपल की कोमल पत्ती चार लोग कपूर शुद्ध देसी घी गुड आम की लकड़ी से हवन करें इससे मंत्र सिद्ध हो जाएगा सिद्ध हो जाने पर टोना किया कराया भूत प्रेत बाधा मैं पढ़कर 11 बार फूंक मारे तो यह सब दोस दूर हो जाये 11 बार जाप करके अपने चारों तरफ हाथ से रेखा खींच ले उससे रक्षा होगी
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