हजरत अली की चौकी
आदेश आदेश मित्रो आज मैं आपको हजरत अली की चौकी दे रहा हु इसे सिद्ध कर के आप कही भी चौकी लगा सकते है 
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| हजरत अली की चौकी | 
याहि सार सार सार,जिन्न देव पारी  नवस्कफार, 
एक खाये दूसरे को फार, चहु और अमिया पसार
 मलायक अस चार दुहाई दस्तखे जीब्राइल  बाए 
वे खैभी काइल दाई दस्न  दस्न  हुसैन पीठ खदे खैई , 
आमिल कलेजे राखे इजराइल दुहाई मुहम्मद अली 
लाह इलाही  की कंगूर लिल्हाह की खाई पैगम्बर हजरत 
अली की चौकी नख्त मुहम्मद रसुलिल्लाह की दुहाई..
विधि- 
वैसे तो ये मंत्र स्वयं सिद्ध है परंतु इसकी एक बार साधना करने से ये प्रबल हो जाता है सबसे पहले किसी शुक्लपक्ष के पहले गुरुवार से ये साधना शुरू करे 11 दिन तक  रोज 111 बार जाप करे.  दिशा पश्चिम ले पास में लोभान अगरब्बति जालाये माला हकीक की ले सकते हैं आसन वस्त्र सफेद ले या आपके पास जो भी उपलब्ध हो ले,,  
प्रयोग 
- इस मंत्र से आप किसी को धागा बना के दे सकते है,
 - 4 लोहे की कील ओर राई को अभिमंत्रित कर के घर के चार कोनो में गाड़ देने से घर मे चोकी लग जायेगी घर मे कुछ भी प्रवेश नही कर पायेगा,
 - साधना में भी शरीर पे फुक मार के रक्षा होती है,, चाकू पे मंत्र पढ़ के घेरे लगा सकते है
 
नोट:- ओर इन से सबन्ध मन्त्रो को जाने

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