कष्ट निवारक हनुमान शाबर मंत्र
हनुमान जी का यह शाबर मंत्र भक्त के सभी कष्टों को दूर करने वाला है | जीवन में किसी भी प्रकार के कष्ट क्यों न हो इस शाबर मंत्र के प्रयोग द्वारा भक्त न केवल स्वयं के कष्ट दूर कर सकते है बल्कि दुसरे लोगों के जीवन को भी सुखमय बना सकते है |
kasht nivarak shabar mantra |
मंत्र
ॐ नमो भगवते, चिंतामणि हनुमान
अंग – शूल , अति – शूल
कटि – शूल , कुक्षी – शूल
गुद – शूल , मस्तक – शूल
सर्व – शूल , निर्मूलय
निर्मूलय , कुरु -कुरु स्वाहा ||
हनुमान जी के इस शाबर मंत्र का जप 21 से 41 दिन के लिए करना चाहिए | मंत्र जप की संख्या आप अपने सामर्थ्य अनुसार निश्चित कर सकते है | संकल्प लेकर नियमित रूप से इस शाबर मंत्र के जप करने चाहिए | प्रतिदिन मंत्र का जप एक निश्चित समय पर ही करना चाहिए | शनिवार के दिन से आप इस मंत्र का जप शुरू कर सकते है |
21 या 41 दिन पूर्ण होने पर हवन का आयोजन करें | हवन में अधिक से अधिक आहुतियाँ इस मंत्र की देनी चाहिए | हवन की भभूति को संग्रहित करके घर में रख ले | जब भी इस मंत्र का प्रयोग करना हो, हाथ में थोड़ी भभूति लेकर हनुमान जी से अपने कार्य की अरदास लगाते हुए उपरोक्त मंत्र को 7 बार पढ़कर भभूति पर फूंक लगाये | अब इस भभूति को गंगाजल में मिलाकर पी ले | इसे आप किसी अन्य व्यक्ति के लिए भी प्रयोग कर सकते है |
किसी अन्य व्यक्ति के लिए इस मंत्र का प्रयोग करते समय उस व्यक्ति के नाम से अरदास लगानी चाहिए | इस विधि को कम से कम तीन बार प्रयोग करना चाहिए | स्वयं भी हनुमान जी के नियमों का पालन करना चाहिए और जिस व्यक्ति के लिए आप इस मंत्र का प्रयोग करते है उसे भी इन नियमों का पालन करने को कहे |
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