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गुरुवार, 12 मार्च 2020

Bhairav Mantra

 'स्व-रक्षा' और 'शत्रु-त्रासन' हेतु श्री वीर भैरों मन्त्र 



Bhairav Mantra
Bhairav Mantra


|| मंत्र || 
हमें जो सतावै, सुख न पावै सातों जन्म । 
इतनी अरज सुन लीजै, वीर भैरों ! 
आज तुम ॥ जितने होंय सत्रु मेरे, 
और जो सताय मुझे। वाही को रक्त-पान, 
स्वान को कराओ तुम ।। मार-मार खड्गन से, 
काट डारो माथ उनके । मास रक्त से नहावो, 
वीर भैरों! तुम ॥ कालका भवानी, 
सिंह-वाहिनी को छोड़। मैंने करी आस तेरो, 
अब करो काज इतनो तुम ॥

विधि-

सवा सेर बंदी के लड्डू, नारियल, अगरबत्ती और लाल फलों की माला से श्री वीर भैरव का पूजन कर 21 दिनों तक नित्य 108 बार पाठ करें। बाद में आवश्यक होने पर 7 बार नित्य पाठ करते रहें, तो स्वयं की रक्षा होती है और शत्रु - वर्ग का नाश होता है।

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