भैरवनाथ शाबर मंत्र
मंत्र
“ॐ नमो भैरूनाथ, काली का पुत्र हाजिर होके,
तुम मेरा कारज करो तुरत । कमर विराज मस्तंग लंगोट,
घूघर माल । हाथ बिराज डमरू खप्पर त्रिशूल ।
मस्तक विराज तिलक सिंदूर । शीश विराज जटाजूट,
गल विराज नादे जनेऊ । ॐ नमो भैरूनाथ काली का पुत्र !
हाजिर होके तुम मेरा कारज करो तुरत ।
नित उठ करो आदेश-आदेश ॥”
निम्न मन्त्र नवरात्री, दीपावली या सूर्यग्रहण की रात्रि में सिद्ध करें । त्रिखुटा चौका देकर, दक्षिण की ओर मुंह करके, मन्त्र का जप 1008 बार करें । तब लाल कनेर के फूल, लड्डू, सिंदूर, लौंग, भैरव देव को चढ़ावें । जप से पहले भैरव देव की पंचोपचार पूजा करें । अखंड दीपक निरंतर जलता रहना चाहिए । जप के दशांश का हवन छार, लौंग छबीला, कपूर, केसर से करें । जब भैरव जी भयंकर रूप में दर्शन दें तो डरें नहीं । तत्काल फूल की माला उनके गले में डालकर बेसन का लड्डू उनके आगे रखकर वर मांग लेना चाहिए । श्री भैरव दर्शन न दें तो भी कार्य सिद्धि अवश्य होगी । दर्शन न मिले तो उनकी मूर्ति को माला पहनाकर लड्डू वहीं रख दें । अभीष्ट कार्य कुछ ही दिनों में हो जाएगा ।
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