पुत्र होने का अढ़या शाबर (वन्ध्या-निवारण)
आज हम आपको एक बहुत ही दुर्लभ मत्र के बारे में बताने जा रहे है जो आजकल के समय में बांझ स्त्री के कोई संतान नहीं होती है। तो वह अपना बांझपन इस शाबर मंत्र के प्रभाव से अपना बांझपन दुर कर संतान पैदा कर सकते। यह मंत्र बहुत ही प्रभावशाली व शक्तिशाली है इस बांझ शाबर मंत्र की विधि सहित देने जा रहा हूॅ।
bandhiya niwaran- putra prapti shabar mantra |
गुरू तात, गुरू मात, आगे पराता।
सुख से अलगा बान ।
सोरा चौधरी मसान जगावे ।
दोहाय नयाना योगिनी के, सिद्ध गुरू के बन्दे पाँव ।
जाहि कामिनी के लागे, ताही कामिनी लागो।
कामरू के विद्या (अमुकी) के कोइख लगा दे।
विधि :
रात्रि के समय दोनों कानों में सात बार उक्त मन्त्र पढ़ें। 'अमुकी' के स्थान पर वन्ध्या (बाँझ) का नाम लें । नागेश्वर का फूल और गाय का घी मिलाकर 'मासिक' के चौथे दिन से सात दिन तक मन्त्र द्वारा अभिमन्त्रित कर सायं-प्रातः सेवन करे। उससे बन्ध्यादोष दूर होगा और सन्तान होगी।
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