शनिवार, 12 फ़रवरी 2022
बुधवार, 7 जुलाई 2021
कामनापूरक मन्त्र
निम्नलिखित मन्त्र का हिन्दू-मुस्लिम मिश्रित होकर नित्य पाठ करें। मनोकामना पूर्ण होगी
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sarva kamana purak mantra |
हरि ॐ। अस्मल्लाइल्ले मित्रावरूणदिव्या दिव्याणि धत्ते।
इल्ले वरुणो राजा पुनर्ददुः हवामि मित्रे इल्लां इलल्ले इल्लां
वरुणो मित्रो तेजकामाः हातारमिंद्रो महासुरेन्द्रः
अल्लो ज्येष्ठं श्रेष्ठं पूर्ण ब्रह्माणं अल्लां अदल्लामुकमेकं अल्लां
मुकानिषातकं अल्लो अज्ञेनहुत हुत्वः अल्लसूर्य चन्द्र सर्वनक्षत्राः
अल्लो ऋषिणां सर्व दिव्या, इन्द्राय पूर्वमपा परम अन्तरिक्षं
विश्वरूपं दिव्याणि धत्ते इल्ललेवरूणो राजा पुनर्ददुः
इल्लां कबरइल्लां इल्लेति इल्लला। अल्ला इलल्ला
अनादि स्वरूपाय अथर्वणीशाखां हूं ह्नीं जनान् पशुत्
सिंहान् जलचरान् अदृष्टं कुरु-कुरु फट, असुर संहारणी ही
अल्लो रसूल मोहम्मदकवरस्य अल्लो अल्लां इल्लं लेति इल्लल्लाः।
इति अल्लां सूक्त अथर्वणी समाप्त। ॐ शांतिः शांतिः शांति।
गुरुवार, 1 जुलाई 2021
गृह रक्षा कवच मन्त्र
कभी-कभी किसी स्थान आदि के प्रभाव के कारण नकारात्मक शक्तियाँ अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देती है | ये नकारात्मक शक्तियाँ जैसे : नजर के दोष, भूत-प्रेत जैसी ऊपरी बाधा का आना मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को अपना शिकार बनाती है (Ghar Raksha Mantra) | उसके साथ ही ये शक्तियाँ ऐसे व्यक्तियों के घर पर अपना प्रभाव दिखाती है जहाँ साफ़-सफाई न रहती हो, घर में कलह रहता हो, पाठ-पूजा न होती हो या फिर घर किसी ऐसी स्थान के आस-पास हो जिसके आस-पास नकारात्मक शक्तियों का वास हों |
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Ghar raksha kavach mantra |
आज हम आपको 2 ऐसे शाबर मंत्रों के विषय में जानकारी देने वाले है जिनके प्रयोग से आप स्वयं पर या परिवार पर एक प्रकार से रक्षा कवच बना सकते है जिसके प्रभाव से नकरात्मक शक्तियां दूर होती है | आप भी इन शाबर मंत्रो के प्रयोग से अपने घर पर रक्षा कवच बना सकते है |
मंत्र
घर बान्धम दोर मान्धम उटन बन्धन आर।
बन्धन करीनू आमी नामे ते अल्लार।
जिब्राईल, मीकाईल, ईस्राफील, आर।
इज्राईल अल्लार गोलाम हुकुम बर्दार।
बाडिर चारि कोने ईहादेर राखिया मौजूद।
अल्लाह वो नबीर नामे भेजिया दरूद।
बन्धन करीनूं आमी (फलानार) बड़ी।
मेहर करिवे अल्ला आपे पाक बारी।
एई बाड़ीर ऊपर ते भूत-प्रेत डाईने योगिनी, देव दैत्य यदि थाके केहो।
मारिया गुर्जर बाढ़ी दूर करके देहो।
या इलाहो, माबूद, करीम, रहीम, साबूद, बहक लाइलाहा इल्लल्लाहा मोहम्मदुर रसूलल्लाह।
विधि:-
किसी भी शनिवार या मंगलवार को चार काली मिट्टी के घड़े लाकर उनमें : सात गांवों की मिट्टी लाकर रखें। शनिवार या मंगलवार को ही किसी लुहार के यहाँ से चार लोहे की कांटी बनवायें और सात घाट का पानी तथा बिना फूले सीमल गाछ की जड़ लाकर इन समस्त वस्तुओं के चार हिस्से करके चारो घड़ों में रखकर प्रत्येक घड़े में तीन-तीन बार उक्त मन्त्र पढ़कर उनका मुंह ढक्कन से अच्छी तरह बन्द करके थोड़ा-सा सरसों का तेल घड़ों के ऊपर लगा दें। अब चारो घड़ों को घर के चारो कोनों में अजान देते हुए एक-एक घड़ा एक-एक कोने में. गाड़ दें। इस प्रकार का प्रयोग पूर्णत: गोपनीयता के साथ करें। ऐसा करने से वह घर ताजिन्दगी सभी आफतों से महफूज बना रहेगा।
गृह-रक्षामन्त्र
या अल्लाह पाक, इस आंगन को मैं आज करता हूँ बन्द,
हजरत सुलेमानी की बरकत से बन्द, हजरत मूसा की आज्ञा से बन्द,
हजरत अली की शमेशर से बन्द, हजरत अहमद के कलाम से बन्द,
या रहमान की रहमत से बन्द, या करीम की करम से बन्द,
या खालिक की बरकत से बन्द, या मालिक की रहमत से बंद,
या अल्लाह पाक मालिक रब्बुल गफूर, हमारे इस दोआ ..
. को तू करले कबूल, बहक्के हक ला इलाहा इल्लल्लाह मोहम्मदुरसूलल्लाह।
विधि:-
घर की अस्थायी रक्षा करने के लिए यह एक आसान किन्तु शीघ्र प्रभावशाली और विशेष चमत्कारी मन्त्र प्रयोग है। रात्रि में सोने से पूर्व बुजू (हाथ, पाँव, मुँह धोकर) करके पानी के साथ पाँच-दफा उक्त मन्त्र पढ़कर ताली मारकर सो जाये। इस ताली की आवाज घर के जितने हिस्से तक पहुंच जायेगी, घर का उतना ही भाग पूर्णत: रक्षित रहेगा। इस प्रयोग को प्रतिदिन रात्रि में नियमपूर्वक करते रहने . से किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं होगी।
मंगलवार, 25 मई 2021
मोहम्मदा वीर साधना की पूर्ण विधि
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Muslim Mohammada Veer Sadhna |
मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020
पंच पीर साधना
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साधना काल मे अक्सर 11 दिन बाद अनुभूतिया होती है। इस साधना से आप अपने मनचाहे कार्य पूर्ण कर सकते हो सिर्फ एक काम करना पड़ेगा प्रत्येक कार्य के पूर्ण होते ही पंच पीरो को प्रसाद के रूप मे शुद्ध देसी घी मे बने हुये चूरमे का लड्डू चढाना है, मिया गाजी पीर, जिंद पीर ख्वाजा, खिज्र पीर साहब, शेख फरीद बाबा, पीर बदर साहब ये पांचो पीर एक ही साधना से सिद्ध होते है और मनचाहा कार्य साधक का अपनी शक्तियों से पूर्ण करते है।
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panch peer ki siddhi |
साधना विधि:
मंत्र:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम,
मिया गाजी पीर, जिंद पीर ख्वाजा,
खिज्र पीर, शेख फरीद पीर,
पीर बदर घोड़े पर भीड़ चढ़ो,
मदद मेरी पंच करो।
जो मेरा काम न करो,
तो मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह की दुहाई॥
साधना काल मे अक्सर 11 दिन बाद अनुभूतिया होती है, कभी स्वप्न मे पीर दर्शन देते है तो कभी साधना काल मे चद्दर उड़ते नजर आती है, तो कभी उर्दू मे आवाज़े सुनाई देती है, साधना मे रोज 1 माला करना आवश्यक है पर आप चाहो तो 3 माला जाप रोज कर सकते है, साधना समाप्ती के बाद कोई भी एक पीर ही आपको दर्शन देगे तो उनके हाथ मे एक लड्डू दे दीजिये और एक ही पीर दर्शन दे तो इसका मतलब ये नहीं के आपको एक ही पीर सिद्ध हुआ, पांचो पीर की सिद्धि मानी जाती है, साधना काल मे भय लगे तो गुरु चरणों मे एक सुगंधित पुष्प चढ़ा दीजिये भय की स्थिति समाप्त हो जायेगी।