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शनिवार, 12 फ़रवरी 2022

तंत्र बाधा का रक्षा कवच

हर तरह की तंत्र बाधा का रक्षा कवच


आज हम आपको घेरा या कडा साधना के गूड रहसय बतायेगें! आजकल   आम लोगो को फसाने के लिये तंत्र के नाम पे बैठे ठग सिरफ जाल फेकते है, साधना वगै्रह के रहसय ना तो उनको पता है ना ही बताते है! पर हम चाहते है कि लोग अपना इलाज खुद कर पायें . ठगे ना जायेँ. आयो सीखते है फिर घेरा मंत्र क्योंकि घेरा इतना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है किसी भी साधना के लिए कि साधक के प्राणों को बचाने के लिए कवच का काम करता है।
 
तंत्र बाधा का रक्षा कवच
तंत्र बाधा का रक्षा कवच

 
 
○ कोई भी आप घेरा कड़ा या रक्षा मंत्र लगाते हो तो उसकी जकात पहले से निकाल लो। और किसी विद्वान गुरु या किसी उस्ताद के सानिध्य में ही इसका जकात दो । इसकी ज़कात देने के बाद आपका हिसार काम करने शुरू कर देगा।  हिंदू और मुस्लिम तंत्रों में दोनों तरह से हिसार और कड़े लगाए जाते हैं । सब घेरे और कड़े लगाने के कलाम अलग-अलग होते हैं उनकी जकात देने की जो विधि होती है वह भी अलग होती है और उनका प्रयोग करने का तरीका भी अलग होता है और इन कलामू की ताकत को बरकरार रखने के लिए  एक खास समय के ऊपर उसे दोबारा जपना पड़ता है  ताकि साधना का असर बरकरार रहे प्रस्तुत कर रहा हूं   ताकि आप सब साधना के समय सुरक्षित रहें और अपने अमलो को करते रहें।
 
○आपके लिए एक हिसार का मंत्र इससे आप अपने बदन पर दम या हाथ फेर कर रक्षा कर सकते हैं और अगर जरूरत पड़े तो चाकू के ऊपर आप 21 बार  पढ़कर के फूक मार दे 11 बार तो उस चाक़ू से यदि कड़ा बना दिया जाए तो वह पढ़ा भी बहुत मजबूत रहता है ये बहुत ज्यादा शक्तिशाली घेरा है और ये कड़ा कभी भी कभी ख़ता नही करता  इस घेरे को सैकड़ो बार आज़माया है और हर बार बेमिशाल पाया ये घेरा लगाकर कोई भी साधना करो चाहे वो कितनी भी उर्ग साधना क्यों ना हो ।
 
○अगर अल्ल्लाह ने चाहा तो आपकी पूरी हिफाज़त होगी। इस गहरे के जो अल्फाज हैं वह खुदा के नामों के हैं और खुदा अपने बंदो की हिफाजत करना अच्छी तरह जानता है। इस हिसार धीरे आंकड़े के मंत्र को सबसे पहले याद कर लिया जाना चाहिए जब आपको भली भांति इसके शब्दों का उच्चारण सही आ जाए और सब कुछ याद हो जाए फिर इसकी जकात देनी चाहिए और उसके बाद ही इसको प्रयोग करना चाहिए। इसमें एक असूल का कड़ाई से पालन होता है कि नापाकी में आप इसको नहीं लगा सकते दूसरी बात आप जब भी कभी पेशाब करने जाओ तो बैठकर पेशाब करो और पानी से इस्तंजा करने के बाद ही उसके बाद आपको वूजु बांधना होगा दोबारा से फिर ही  आप इस कलाम को पढ़ सकते हो।
 
          ।।घेरे का मन्त्र।।
 
बिस्मिल्लारहमनरहीम
या हलीमु, या करीमु, या हाफिजु ,
या नासिरु ,या नसीरु, या रकीबु ,
या वकीलु या अल्लाहु या अल्लाहु ,
बिहक़्क़ काफ हा या एन स्वाद ता 
मीम एन सीन काफ हिसार कर्दम 
बिहक़्क़ ला इल्लाह इल्ललहु घेरा 
कर्दम खुदरा बनाम महोम्मद रसूलल्लाह।
 
○इसको 21 बार पढ़ कर हाथों पर दम् कर लें फिर पूरे शरीर पर हाथ फेरें।

बुधवार, 7 जुलाई 2021

sarva kamana purak mantra

 कामनापूरक मन्त्र 

निम्नलिखित मन्त्र का हिन्दू-मुस्लिम मिश्रित होकर नित्य पाठ करें। मनोकामना पूर्ण होगी

sarva kamana purak mantra
sarva kamana purak mantra


हरि ॐ। अस्मल्लाइल्ले मित्रावरूणदिव्या दिव्याणि धत्ते। 

इल्ले वरुणो राजा पुनर्ददुः हवामि मित्रे इल्लां इलल्ले इल्लां 

वरुणो मित्रो तेजकामाः हातारमिंद्रो महासुरेन्द्रः 

अल्लो ज्येष्ठं श्रेष्ठं पूर्ण ब्रह्माणं अल्लां अदल्लामुकमेकं अल्लां 

मुकानिषातकं अल्लो अज्ञेनहुत हुत्वः अल्लसूर्य चन्द्र सर्वनक्षत्राः 

अल्लो ऋषिणां सर्व दिव्या, इन्द्राय पूर्वमपा परम अन्तरिक्षं

 विश्वरूपं दिव्याणि धत्ते इल्ललेवरूणो राजा पुनर्ददुः

 इल्लां कबरइल्लां इल्लेति इल्लला। अल्ला इलल्ला 

अनादि स्वरूपाय अथर्वणीशाखां हूं ह्नीं जनान् पशुत् 

सिंहान् जलचरान् अदृष्टं कुरु-कुरु फट, असुर संहारणी ही

 अल्लो रसूल मोहम्मदकवरस्य अल्लो अल्लां इल्लं लेति इल्लल्लाः। 

इति अल्लां सूक्त अथर्वणी समाप्त। ॐ शांतिः शांतिः शांति।


गुरुवार, 1 जुलाई 2021

Ghar raksha kavach mantra

  गृह रक्षा कवच मन्त्र 

कभी-कभी किसी स्थान आदि के प्रभाव के कारण नकारात्मक शक्तियाँ अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देती है | ये नकारात्मक शक्तियाँ जैसे : नजर के दोष, भूत-प्रेत जैसी ऊपरी बाधा का आना मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को अपना शिकार बनाती है (Ghar Raksha Mantra) | उसके साथ ही ये शक्तियाँ ऐसे व्यक्तियों के घर पर अपना प्रभाव दिखाती है जहाँ साफ़-सफाई न रहती हो, घर में कलह रहता हो, पाठ-पूजा न होती हो या फिर घर किसी ऐसी स्थान के आस-पास हो जिसके आस-पास नकारात्मक शक्तियों का वास हों |

Ghar raksha kavach mantra
Ghar raksha kavach mantra


आज हम आपको 2 ऐसे शाबर मंत्रों के विषय में जानकारी देने वाले है जिनके प्रयोग से आप स्वयं पर या परिवार पर एक प्रकार से रक्षा कवच बना सकते है जिसके प्रभाव से  नकरात्मक शक्तियां दूर होती है | आप भी इन शाबर मंत्रो के प्रयोग से अपने घर पर रक्षा कवच बना सकते है |

मंत्र

घर बान्धम दोर मान्धम उटन बन्धन आर। 

बन्धन करीनू आमी नामे ते अल्लार। 

जिब्राईल, मीकाईल, ईस्राफील, आर।

 इज्राईल अल्लार गोलाम हुकुम बर्दार। 

बाडिर चारि कोने ईहादेर राखिया मौजूद। 

अल्लाह वो नबीर नामे भेजिया दरूद। 

बन्धन करीनूं आमी (फलानार) बड़ी। 

मेहर करिवे अल्ला आपे पाक बारी। 

एई बाड़ीर ऊपर ते भूत-प्रेत डाईने योगिनी, देव दैत्य यदि थाके केहो। 

मारिया गुर्जर बाढ़ी दूर करके देहो। 

या इलाहो, माबूद, करीम, रहीम, साबूद, बहक लाइलाहा इल्लल्लाहा मोहम्मदुर रसूलल्लाह।

विधि:-

किसी भी शनिवार या मंगलवार को चार काली मिट्टी के घड़े लाकर उनमें : सात गांवों की मिट्टी लाकर रखें। शनिवार या मंगलवार को ही किसी लुहार के यहाँ से चार लोहे की कांटी बनवायें और सात घाट का पानी तथा बिना फूले सीमल गाछ की जड़ लाकर इन समस्त वस्तुओं के चार हिस्से करके चारो घड़ों में रखकर प्रत्येक घड़े में तीन-तीन बार उक्त मन्त्र पढ़कर उनका मुंह ढक्कन से अच्छी तरह बन्द करके थोड़ा-सा सरसों का तेल घड़ों के ऊपर लगा दें। अब चारो घड़ों को घर के चारो कोनों में अजान देते हुए एक-एक घड़ा एक-एक कोने में. गाड़ दें। इस प्रकार का प्रयोग पूर्णत: गोपनीयता के साथ करें। ऐसा करने से वह घर ताजिन्दगी सभी आफतों से महफूज बना रहेगा।


गृह-रक्षामन्त्र 

या अल्लाह पाक, इस आंगन को मैं आज करता हूँ बन्द,

 हजरत सुलेमानी की बरकत से बन्द, हजरत मूसा की आज्ञा से बन्द, 

हजरत अली की शमेशर से बन्द, हजरत अहमद के कलाम से बन्द, 

या रहमान की रहमत से बन्द, या करीम की करम से बन्द, 

या खालिक की बरकत से बन्द, या मालिक की रहमत से बंद, 

या अल्लाह पाक मालिक रब्बुल गफूर, हमारे इस दोआ ..

. को तू करले कबूल, बहक्के हक ला इलाहा इल्लल्लाह मोहम्मदुरसूलल्लाह। 


 विधि:-

घर की अस्थायी रक्षा करने के लिए यह एक आसान किन्तु शीघ्र प्रभावशाली और विशेष चमत्कारी मन्त्र प्रयोग है। रात्रि में सोने से पूर्व बुजू (हाथ, पाँव, मुँह धोकर) करके पानी के साथ पाँच-दफा उक्त मन्त्र पढ़कर ताली मारकर सो जाये। इस ताली की आवाज घर के जितने हिस्से तक पहुंच जायेगी, घर का उतना ही भाग पूर्णत: रक्षित रहेगा। इस प्रयोग को प्रतिदिन रात्रि में नियमपूर्वक करते रहने . से किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं होगी।


मंगलवार, 25 मई 2021

Muslim Mohammada Veer Sadhna

मोहम्मदा वीर साधना की पूर्ण विधि


ये साधना एक सौम्य साधना है। इस साधना में किसी प्रकार की कोई हानि नहीं होती। यदि साधना अधूरी छूट जाये तब भी कोई चिंता की बात नहीं है। यह साधना आपके सभी अच्छे काम कर सकती है। यह साधना उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो घर से बाहर जाकर साधना नहीं कर सकते।  

Muslim Mohammada Veer Sadhna

Muslim Mohammada Veer Sadhna



मन्त्र 

उल्टा तरकश उल्टा तीर।
उल्टा चले मोहम्मद वीर।
वीर फातमा का बेटा।
अस्सी बोतल दारू पिए, अस्सी बकरा खाए।
ढीठ बांधू, मूट्ठ बांधू।
तुनैइआ बुनैइआ बांधू।
इतना काम मेरा ना करें, तो तुझे अपनी मां का दूध हराम हो।।

साधना  विधि :

साधना शुक्ल पक्ष के गुरुवार से शुरू करें। 11 माला जप करे 21 दिन करें। यदि 41 दिन जप कर लें तो चौकी की सिद्धि हो जाएगी। हररोज पूजा के बाद एक थाली में कपूर के ऊपर दो लौंग रखकर जला दें, उसी थाली में पांच प्रकार के फूल और पांच प्रकार की मिठाई रख दें एक जायफल काट कर रख दें और सात बार मन्त्र पढ़ कर पानी से थाली के चारों तरफ एक गोला बना दें।

प्रयोग विधि :

जब भी पीर से कोई कार्य करवाना हो तो थाली सजाकर इसी प्रकार पूजा करें और एक माला मन्त्र की जपें। मन्त्र जप के बाद अपना काम पीर से बोले आपका काम हो जायेगा। काम होने के बाद पीर बाबा के नाम से लोगों में पीले मीठे चावल बनाकर बांट दें।

मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

Panch Peer ki Siddhi

 पंच पीर साधना

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साधना काल मे अक्सर 11 दिन बाद अनुभूतिया होती है। इस साधना से आप अपने मनचाहे कार्य पूर्ण कर सकते हो सिर्फ एक काम करना पड़ेगा प्रत्येक कार्य के पूर्ण होते ही पंच पीरो को प्रसाद के रूप मे शुद्ध देसी घी मे बने हुये चूरमे का लड्डू चढाना है, मिया गाजी पीर, जिंद पीर ख्वाजा, खिज्र पीर साहब, शेख फरीद बाबा, पीर बदर साहब ये पांचो पीर एक ही साधना से सिद्ध होते है और मनचाहा कार्य साधक का अपनी शक्तियों से पूर्ण करते है।

panch peer ki siddhi
panch peer ki siddhi



साधना विधि:


यह साधना शुक्ल पक्ष मे रविवार के दिन करनी है, साधना मे सिर्फ सफ़ेद हकीक माला का इस्तेमाल होगा और कोई माला नहीं चलेगी, घी और चूरमे से बने लड्डू का भोग रोज लगाना है, साधना 21 दिनों की है, समय शाम को 6:30 से 7:30 का ही रहेगा, दिशा पच्शिम रहेगी, आसन और  वस्त्र सफ़ेद रंग के चाहिये, साधना करने से पूर्व वज़ू कर ले, साधना मे चौमुखी दीपक आवश्यक है जिसमे चारों और की बत्तियां खड़ी हो एक बत्ती बीच मे खड़ी होनी चाहिये, धूप लोहबान का ही लीजिये तो साधना मे मजा आजायेगा।
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मंत्र:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम, 
मिया गाजी पीर, जिंद पीर ख्वाजा,
 खिज्र पीर, शेख फरीद पीर, 
पीर बदर घोड़े पर भीड़ चढ़ो, 
मदद मेरी पंच करो।
जो मेरा काम न करो, 
तो मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह की दुहाई॥


साधना काल मे अक्सर 11 दिन बाद अनुभूतिया होती है, कभी स्वप्न मे पीर दर्शन देते है तो कभी साधना काल मे चद्दर उड़ते नजर आती है, तो कभी उर्दू मे आवाज़े सुनाई देती है, साधना मे रोज 1 माला करना आवश्यक है पर आप चाहो तो 3 माला जाप रोज कर सकते है, साधना समाप्ती के बाद कोई भी एक पीर ही आपको दर्शन देगे तो उनके हाथ मे एक लड्डू दे दीजिये और एक ही पीर दर्शन दे तो इसका मतलब ये नहीं के आपको एक ही पीर सिद्ध हुआ, पांचो पीर की सिद्धि मानी जाती है, साधना काल मे भय लगे तो गुरु चरणों मे एक सुगंधित पुष्प चढ़ा दीजिये भय की स्थिति समाप्त हो जायेगी।


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